मॉरीशस एयरपोर्ट पर लगभग 200 गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे, जिनमें सांसद, विधायक, राजनयिक दल और धार्मिक नेता शामिल थे। पीएम मोदी ने अपने स्वागत के बाद ट्वीट किया, "यह यात्रा एक मूल्यवान मित्र से मिलने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्ते तलाशने का एक शानदार अवसर है।"
पीएम मोदी की यह यात्रा मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम के निमंत्रण पर हो रही है। यात्रा के दौरान, दोनों देशों ने दक्षता विकास, व्यापार और सीमा पार वित्तीय अपराधों से निपटने के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किए। पीएम मोदी ने मॉरीशस रवाना होने से पहले कहा था कि यह यात्रा दोनों देशों के संबंधों को एक नया और उज्जवल अध्याय जोड़ने का अवसर है।
मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में पीएम मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे और राष्ट्रपति धरम गोखूल से मुलाकात करेंगे। यात्रा के दौरान पीएम मोदी भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करेंगे और सिविल सेवा कॉलेज तथा क्षेत्रीय स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन करेंगे, जो भारत की अनुदान सहायता से बने हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने 1998 में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव के तौर पर मॉरीशस का दौरा किया था। भारत और मॉरीशस के बीच व्यापारिक और सामरिक संबंधों में निरंतर वृद्धि हो रही है। 2023-24 में, मॉरीशस भारत में विदेशी निवेश का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत बन चुका है। दोनों देशों ने 2021 में एक व्यापक आर्थिक सहयोग और साझेदारी समझौते (सीईसीपीए) पर हस्ताक्षर किए थे, जो भारत और अफ्रीकी देशों के बीच पहला व्यापारिक समझौता था।
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