जितेंद्र 2016 में अपराध की दुनिया में शामिल हुआ था और उसके बाद उसने कई संगीन अपराध किए थे, जिनमें डबल मर्डर, लूट और डकैती शामिल थे। 2023 में पैरोल पर आने के बाद वह फरार हो गया और लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गौदारा गैंग से जुड़कर सुपारी किलर बन गया था।
उसने गाजियाबाद के प्रमोद कसाना की हत्या में भी भाग लिया था, जिसके लिए पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए कई प्रयास किए और अंततः मुठभेड़ में उसे ढेर कर दिया। जितेंद्र का परिवार उसकी मौत पर शोक व्यक्त कर रहा है, लेकिन उसने कई वर्षों से अपने गांव और परिवार से दूरी बना ली थी।
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