इसके बाद, भारतीय विदेश मंत्रालय ने मामले को गंभीरता से लिया और अमेरिकी अधिकारियों से संपर्क किया। 24 घंटे के भीतर नीलम के परिवार को आपातकालीन वीजा मिल गया। नीलम के चचेरे भाई गौरव कदम ने बताया कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत कई नेताओं ने उनकी मदद की। परिवार ने इस मामले में केंद्र और राज्य सरकारों का धन्यवाद किया और कहा कि वीजा प्रक्रिया को और सरल बनाया जाना चाहिए।
नीलम के पिता, तानाजी शिंदे, जो सतारा के निवासी हैं, अब अपनी बेटी के पास जाने के लिए अमेरिका रवाना हो रहे हैं। सांसद सुप्रिया सुले ने भी परिवार का समर्थन करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मदद की अपील की थी।
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