ताजमहल के वरिष्ठ संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी ने कहा कि वीडियो की जांच की जा रही है और प्राथमिक तौर पर वीडियो पुराना लग रहा है। सीसीटीवी रिकॉर्डिंग में बुधवार का वीडियो नहीं मिला। मीरा राठौर ने अपनी सफाई में कहा कि यह वीडियो बुधवार का ही है और एएसआई व सीआईएसएफ झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ताजमहल में पूजा के लिए किसी ने उनसे संपर्क नहीं किया।
ताजमहल में धार्मिक प्रतीकों के साथ प्रवेश पर प्रतिबंध है, और सुरक्षा जांच में कई खामियां उजागर हो रही हैं। सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठते हुए यह भी सुझाव दिया गया कि बॉडी स्कैनर की आवश्यकता है, खासकर महिलाओं के बैग की जांच के लिए। सीसीटीवी कैमरे फेस रिकग्निशन तकनीक से लैस हैं, लेकिन मीरा राठौर की पहचान इन्हें भी नहीं हो पाई, जो सुरक्षा की गंभीर चूक को दर्शाता है।
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