प्रीति ने अपने पोस्ट में बताया कि इस अनुभव ने उन्हें जीवन और मृत्यु के चक्रों से मुक्ति पाने की इच्छा दिलाई, लेकिन साथ ही उन्होंने महसूस किया कि वह अपने परिवार और प्रियजनों से अलग नहीं हो सकतीं। उन्होंने यह भी कहा कि इस यात्रा ने उन्हें यह एहसास दिलाया कि आध्यात्मिक यात्रा अकेले ही होती है, और जीवन में लगाव की डोर बहुत मजबूत और शक्तिशाली होती है।
अंत में, प्रीति ने लिखा कि हम आध्यात्मिक प्राणी हैं, जो मानवीय अनुभव कर रहे हैं, और उनकी जिज्ञासा उन्हें उन सभी उत्तरों की ओर ले जाएगी, जिनकी वह तलाश कर रही हैं।
0 टिप्पणियाँ