शमी की गेंदबाजी:
शमी ने इंग्लैंड की पारी का पहला ओवर किया, लेकिन वह अपनी पूरी चार ओवर की गेंदबाजी भी नहीं कर सके और सिर्फ तीन ओवर गेंदबाजी की। इस दौरान उन्होंने 25 रन खर्च किए और उनकी इकॉनोमी 8.30 रही। वह इस मैच में एक भी विकेट नहीं ले सके और एक नो बॉल भी फेंकी। हालांकि, शमी ने अपनी गेंदबाजी के दौरान करीब 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ी, जो उनकी फिटनेस को लेकर चल रही अटकलों को खत्म करने का संकेत था।
सूर्यकुमार यादव का भरोसा:
मैच के बाद भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा कि उन्हें यकीन है कि शमी अगले मैच में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने शमी की वापसी को महत्वपूर्ण बताया और उनका समर्थन किया।
शमी का चोटिल होना और सर्जरी:
वनडे विश्व कप के दौरान शमी चोटिल हो गए थे, जिसके बाद उन्होंने साल 2024 की शुरुआत में टखने की सर्जरी करवाई। घरेलू क्रिकेट में वापसी के बाद शमी ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया था, जिसमें उन्होंने 11 विकेट हासिल किए। हालांकि, विजय हजारे ट्रॉफी में वह केवल तीन विकेट ही ले सके और पैर में सूजन के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे।
अगले मैच के लिए उम्मीदें:
अब शमी की वापसी से उम्मीदें हैं कि वह आने वाले मैचों में बेहतर प्रदर्शन करेंगे और भारतीय टीम के लिए अहम योगदान देंगे।
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