महाकुंभ में प्रयागराज: मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की संख्या ने कई देशों को छोड़ा पीछे

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या पर साढ़े सात करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। यह संख्या कई देशों की कुल जनसंख्या से भी ज्यादा है। उदाहरण के तौर पर, ब्रिटेन, स्पेन और फ्रांस जैसे देशों की आबादी भी इस एक दिन में आए श्रद्धालुओं से कम रही।

जनसंख्या घनत्व की बात करें तो, प्रयागराज के मौनी अमावस्या के दिन 15,000 लोग प्रति वर्ग किमी की दर से उपस्थित थे, जबकि ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में यह घनत्व काफी कम है। भारत के अन्य राज्यों की तुलना में भी इस दिन प्रयागराज की जनसंख्या बहुत अधिक रही।

इतना ही नहीं, दक्षिण अमेरिका के 54 देशों में से केवल तीन देशों की आबादी (अमेरिका, ब्राजील और मैक्सिको) ही प्रयागराज की मौनी अमावस्या की भीड़ से अधिक थी। एशिया के भी कई देशों की आबादी, जैसे वियतनाम, ईरान, और तुर्किये, इस दिन प्रयागराज के श्रद्धालुओं की संख्या से कम रही।

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